मैं जिंदा हूँ साबित करने के लिए 3 दशक तक लड़ी जंग , 98 वर्ष की उम्र मे मौत के बाद जागा सिस्टम

Thejournalist
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Mathura : मामला प्रदेश के मथुरा जिले से जुड़ा है जहां अजीबो ग़रीब मामले ने सभी को चौका दिया है  एक महिला जो कागज़ों में मरी  वो खुद को ज़िंदा साबित करने के लिए लगभग 30 साल तक अंधे सिस्टम से लड़ाई लड़ती रही,लेकिन ज़िंदगी की जंग हारने के बाद सिस्टम अब जागा है वृद्धा ने 98 साल की उम्र मे भी अपने जीवन के अंतिम पड़ाव तक अपनी पुश्तैनी ज़मीन के लिए थाने, तहसील और जिम्मेदार अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काटे लेकिन अब उसकी मौत हो चुकी है जिले की विद्या देवी के पिता निद्धा सिंह ने 1975 में अपनी 12.45 एकड़ ज़मीन की वसीयत अपनी पुत्री के नाम की थी लेकिन लगभग डेढ़ साल बाद ही निद्धा सिंह की आकस्मिक मृत्यु हो गई, विद्या देवी अपनी ससुराल जो की अलीगढ़ जनपद में है रहती थीं 20 साल बाद उनके रिश्तेदारों ने राजस्वकर्मियों के साथ सांठ गांठ कर एक सुनियोजित साजिश रची जिसमें जीवित विद्या देवी को दस्तावेजों में मृत और निद्धा सिंह को जीवित दिखाते हुए जाली दस्तावेजी वसीयत बनवाकर 19 मई 1996 को इसे राजस्व रिकार्ड में दिनेश, सुरेश और ओमप्रकाश के नाम के व्यक्तियों के नाम फ़र्जी तरीके से दर्ज करवा दिया

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 जब पीड़िता विद्या देवी को साजिश की जानकारी हुई इसके बाद विद्या देवी खुद को जिंदा और दूसरी वसीयत को फर्जी साबित करने के लिए डीएम,एसपी से लेकर थाने और तहसील कार्यालय तक भटकती रहीं, अपने बेटे के साथ वर्षों तक अलीगढ़ से मथुरा आतीं जाती और अधिकारियों से खुद के जिंदा होने के सुबूत दिखातीं,लेकिन किसी ने कोई कार्यवाही नही की, वर्षो के संघर्ष के बाद प्रदेश महिला आयोग और उच्चाधिकारियों ने जब मामले मे दखल दिया तब एसडीएम मांट ने मामले की जांच की, विद्या देवी के बेटे सुनील के शिकायती पत्र पर माह 18 फरवरी 2025 को जांच के बाद पूरे मामले में थाना सुरीर में आरोपियों के खिलाफ़ जालसाजी की एफआईआर दर्ज की गई , अब उस भूमि की कीमत लगभग 19 करोड़ हो चुकी है स्वय को जिंदा साबित करने में असफल 98 वर्ष की वृद्धा विद्या देवी ने 18 मार्च को ससुराल अलीगढ़ के गांव बाढोन में अपनी अंतिम सांस ली , वृद्धा विद्या देवी की मौत के 15 दिन बाद जाग गया सिस्टम और पुलिस ने दो आरोपी दिनेश और सुरेश को गिरफ्तार कर लिया तीसरा आरोपी ओमप्रकाश अभी फरार है पुलिस का दावा है कि उसे ढूढा जा रहा है

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