अयोध्या : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के ग्राम -पैकौली, आजमगढ़ के मूल निवासी श्री मिश्र के परिवार से ख़ास बातचीत की हमारे the Journalist के प्रधान संपादक ने, जनपद अयोध्या मे Yogeshwar Nath Mishra की ससुराल है और परिवार मे उनकी पत्नी और एक बेटी है
,उनके परिवार ने अपनी जानकारी साझा करते हुए हमे बताया कि योगेश्वर नाथ मिश्र ने अपनी रिसर्च से दुनिया की सबसे फास्ट इमेजिंग टेक्नोलॉजी को विकसित किया है, रिसर्च को जर्नल नेचर लाइट साइंस एंड अप्लिकेशन में पब्लिश किया गया है उनके अनुसार बात जब इमेज कैप्चर करने की हो तो आम कैमरे में 30 फ्रेम प्रति सेकंड होते हैं जबकि 12.5 बिलियन फ्रेम प्रति सेकंड हासिल किया है मौजूदा सिस्टम में एरिया लिमिट करके एक लेज़र बीम के जरिए इमेज क्लिक होती है जबकि इस प्रक्रिया में लेज़र शीट इमेजिंग पर काम किया जाता हैं जिस टेक्नोलॉजी की मदद से आग की लपटों में मौजूद नैनोपार्टिकल्स की स्टडी व रिसर्च में मदद मिलेगी, लोग लगातार उनसे मिल रहे है और इस उपलब्धि के लिए हर्ष जता रहे है कि फ़िर से एक युवा वैज्ञानिक ने अपनी मेहनत से देश प्रदेश और आजमगढ़ व अयोध्या जैसे जिलों का नाम दुनिया भर मे रोशन किया हैं परिवार ने बताया कि उनके ससुर एक किसान हैं और उनके 3 बेटे हैं पिता और उनके भाईयो ने योगेश्वर के सपनों को पूरा करने के लिए बहुत सहयोग और संघर्ष किया है, शुरुआती दौर से ही उन्हे विज्ञान व टेक्नॉलॉजी मे काफी रुचि थी साथ ही अपनी लगन और मेहनत से उन्होंने अपने ही नही परिवार के सपनो को भी पूरा किया है ,उनकी मेहनत का नतीजा है कि वह आजमगढ़ के छोटे से गाँव से चल कर NASA की टीम का हिस्सा बन चुके हैं उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्सास आर्लिंगटों में पढाई की है यही पर अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला ने भी पढ़ाई की थी स्वीडन में Lund यूनिवर्सिटी में चीन के पांच रिसर्चर थे जिसमे भारत से वह एकमात्र वैज्ञानिक रहे, रिसर्च वैज्ञानिक के तौर पर वह भारत के पूर्व राष्ट्रपति वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम, डॉ होमी जहाँगीर भाभा और सीवी रमन को अपना आदर्श मानते हैं और उनके विज्ञान के प्रति समर्पण और देश प्रेम से प्रेरित हैं