गाजियाबाद : मामले मे जनपद की ट्रॉनिकी सिटी पुलिस चौकी को 30 नवंबर 2023 को दिल्ली की युवती के साथ सामूहिक बलात्कार की सूचना मिली शिकायत मे उसका धर्म पूछकर उसके साथ दरिंदगी का मामला सामने आया, आरोपियों से पूछताछ के बाद जब उसका खुलासा हुआ तो सब भौचक्के रह गए, गिरफ्तार मुस्लिम आरोपियों ने यह भी बताया है कि उनका इरादा युवती के साथ मौजूद उसकी सहेली के साथ भी दुष्कर्म करने का था, लेकिन वह उनके ही मजहब से ही थी, इसलिए उसे जाने को कहा और उसे छोड़ दिया , इस दुर्दांत सामूहिक बलात्कार में ग्राम क्षेत्र खानपुर के पांच युवक शामिल थे पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है इनमें से चांद, गोलू और सुल्तान को उनके ठिकानो से गिरफ्तार किया गया था लेकिन मोहम्मद इमरान और जुनैद को को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था, दोनों को गोली लगी थी , आरोपी सुल्तान ट्रॉनिका सिटी थाने से मोबाइल चोरी के एक मामले में पहले भी जेल जा चुका है ,डी सी पी ग्रामीण परिक्षेत्र विवेक यादव ने मीडिया को जानकारी दी कि पास की ही खिलौने की फैक्टरी में काम करने वाली पीड़िता युवती घर लौटते समय अपनी एक सहेली के साथ स्कूटी सीखने लगी, मुस्लिम सहेली का एक सहयोगी मित्र भी वहां आ गया था , पीड़िता की मुस्लिम सहेली और उसका दोस्त स्कूटी पर थोड़ा आगे निकल गए
तभी वहाँ तफरी करते हुए मोहम्मद जुनैद, मोहम्मद चांद और इमरान वहाँ आ गए जो बगल के गाँव के रहने वाले हैं पीड़िता को अकेला देख आरोपियों ने उसे पकड़ लिया और छेड़छाड़ करने लगे , पीड़िता उनका विरोध कर रही थी कि उसकी सहेली और उसकी सहेली का सहयोगी मित्र भी पीड़िता के पास आ गए ,आरोपी मोहम्मद चांद ने तीनों से उनका कौम और उन सभी का नाम पूछा, इसके बाद आरोपियों ने पीड़िता को किनारे खड़ा कर दिया , सहेली और उसके साथ से कहा कि तुम हमारे कौम के हो चुपचाप खड़े रहो, तुम्हारे साथ कुछ नहीं होगा तुम अपने लोग हो ,इसके बाद आरोपियों ने युवती को किनारे घसीटकर किनारे ले गये और उसकी सहेली और उसके सहयोगी के सामने ही इमरान, जुनैद और चांद ने दुष्कर्म किया , इसके बाद मोहम्मद इमरान ने फोन करके अपने दोस्तो गोलू और सुल्तान को बुलाया लेकिन वो भी युवती का बलात्कार कर पाते वहां एक अनजान कार आ गई, जिससे आरोपी डर गए और वहाँ से भाग निकले , आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह सामूहिक दुष्कर्म के बाद सबूत मिटाने के लिए गला घोट कर पीड़िता की हत्या करना चाहते थे लेकिन अंजान कार आने से उनकी इरादे मे सफ़ल नही हो सके , आरोपियों ने पीड़िता की मुस्लिम सहेली को कहा कि इस बात को यही खत्म कर देना अगर बात फ़ैली तो हमसे ज्यादा इसकी बेज्जती होगी, इसे कोई पूछेगा नही, लेकिन हमे कुछ हुआ तो पूरे परिवार को जमीन मे दफन मे दफन कर दिया जायेगा, गंभीर अपराध होने के वावजूद दूसरे समुदाय का मामला होने से पुलिस को सूझबूझ से काम लेना पड़ा क्योंकि आरोपीयों से गिरोह बंदी कर मामले को धार्मिक रंग देने का अंदेशा था, पीड़िता की शिकायत के बाद उसकी सहेली ने पहले ने आनाकानी की फ़िर जब उसने आरोपियों के नाम पुलिस को बताये तो उनकी धर पकड़ मे टीमों का गठन किया गया