विश्वास के आपराधिक हनन में विचारण के लिए न्यायालय ने चौकी इंचार्ज को किया तलब

Thejournalist
0

 अयोध्या : मामला जनपद के कोतवाली नगर क्षेत्र से जुड़ा है जहाँ अधिवक्ता अवनीश कुमार सिंह द्वारा सिविल लाइन चौकी इंचार्ज पर आरोप लगाते हुए ACJM प्रथम के यहाँ जरिये परिवाद याचना कि थी इन पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए और उनके परिजनों के जेवरात व सामान की बरामदगी कराने का आदेश किया जाए जिसमे न्यायालय द्वारा तथ्यों को प्रथमदृश्या सत्य मानते हुए आई पी सी 406 में मुकदमे के विचारण के लिए तत्कालीन चौकी प्रभारी को तलब किया है और 7 फरवरी 2024 को अदालत मे हाजिर होने के लिए समन जारी किया है



आखिर क्या है पूरा मामला, क्यों बुरे फँसे चौकी इंचार्ज व जाँच अधिकारी

घटना 3 दिसम्बर 2021 की है शिकायतकर्ता के अनुसार वह अपनी माँ व पत्नी के साथ एक परिवारिक कार्यक्रम मे शामिल होने आजमगढ़ जा रहे थे बस स्टाप सिविल लाइन से वह व उनके परिवार के लोग सरकारी बस UP42 AT 1240 पर बैठे वाहन के चालक व परिचालक द्वारा उनका सूटकेस और बैग सीट के पीछे रखवा दिया गया, उनके सीट के पीछे तीन, चार अन्य लोग बैठे थे जो संधिग्ध लग रहे थे वो चालक से लगातार बात कर रहे जिससे वह आपस मे परिचित लग रहे थे  बाद मे वह सभी गोसाईगंज मे उतर गए, शिकायतकर्ता जब अपनी पत्नी और माँ के साथ आजमगढ़ पहुँचा तो अपना बैग व सामान के पास पहुँचा तो उसने देखा कि सूटकेस काटकर उसमे रखे सोने व चांदी के लाखों रुपये के गहने व 25 हजार रुपये नकद गायब था

पुलिस को दी शिकायत, पकड़े गए आरोपीयों से बरामद सामान मे हुई हेरफेर

गहनो और रुपयो के गायब होने की सूचना पीड़ित ने 9 दिसम्बर 2021 को अपराध संख्या 814/2021 में दर्ज कराई थी, घटना के जांच अधिकारी/ चौकी इंचार्ज एक अन्य घटना अपराध संख्या 820/2021 के भी जांच अधिकारी थे 
उन्होंने 1 फरवरी 2022 को 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया, पहली फर्द बरामदगी मे कुछ गहनो और नकद की बरामदगी दिखाई गई, लेकिन बाद मे फर्द बदल दी गई और दूसरी फर्द रिपोर्ट मे गहनो को हटा दिया गया, पीड़ित को जब पुलिसिया कार्यप्रणाली की जानकारी हुई, वह बहुत आहत हुआ शिकायतकर्ता के अनुसार उनके चोरी गए गहनो और नकदी को पुलिस द्वारा बरामद कर गबन कर दिया गया है और उसी के लिए उन्होंने न्यायालय मे वाद प्रस्तुत किया जिसमें तथ्यों के अनुसार पुलिस के कार्य संदिग्ध प्रतीत हुए है और तत्कालीन चौकी इंचार्ज पर मुकदमे मे विचारण के समन तलब किया गया है

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)
'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();