अयोध्या : मामला जनपद के रौनाही थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम देवराकोट से जुड़ा है जहाँ दिनांक 26/8 वर्ष 2023 को दबंग व शातिर राहुल पासवान एक नाबालिग को उसके गाँव से अपहरण कर ले गया, नाबालिग के पीड़ित पिता रविंद्र ने हमारे व्युरो से बात करते हुए बताया कि राहुल पासवान एक शातिर युवक है और कई आपराधिक गतिविधियों मे शामिल रहता है मेरी बेटी अपनी बड़ी बहन व बहनोई के पास गई थी तब पास ही रहने वाला राहुल पासवान नाबालिग के पीछे पड़ गया था उसे बहला फुसला रहा था कि उसे विदेशो मे घुमाने ले जायेगा , मुंबई मे घर खरीदेगा और उसके साथ रहेगा वह बहुत पैसा कमाता है और परिजनों के खिलाफ भी नाबालिग को भड़काता था कि वो ग़रीब हैं मुझसे ज़्यादा ख्याल वो तुम्हारा नही रख सकते हैं, छोड़ो इन लोगों को ये तुम्हारे स्वतंत्र विचारों मे बाधक है , राहुल पासवान द्वारा की गई इस बहलाने फुसलाने और साजिश के बारे मे जब नाबालिग की बहन को पता चला तो उन्होंने उसे पिता के घर लाकर सारी घटना की परिजनों को जानकारी दी, माता पिता के समझाने पर नाबालिग परिजनों की बात समझ गई और अपराधिक तत्व से बात करना बंद कर दिया, दिनाँक 26 अगस्त को नाबालिग अचानक लापता हो गई, परिजनों ने उसकी खोज बीन की लेकिन नाबालिग का कोई पता नही चल सका, अंदेशा होने पर माफ़िया राहुल पासवान का फोन नंबर पता कर उस पर फोन किया तो नंबर बंद मिला, उसके पिता से संपर्क करने का प्रयास किया तो राहुल के पिता शत्रोहन ने भी माँ बहन की गालियाँ देते हुए कहा कि जो उखाड़ना है उखाड़ लो और मोबाइल बंद कर दिया जो अभी तक चालू नही हुआ है
शातिर राहुल पासवान पुत्र सत्रोहन , निवासी - सिघोड़ा, थाना - गगहा, जिला - गोरखपुर का रहने वाला है और उसके इस कृत्य मे उसके परिजनों की भी सह है पीड़ित पिता ने थाना रौनाही में 28 अगस्त को लिखित प्रार्थना पत्र दिया था जिस पर एफआईआर दर्ज तो हुई लेकिन पुलिस द्वारा नाबालिग को ढूढने से संबंधित कोई कार्यवाही नही की गई, नाबालिग के साथ मानव तस्करी या देह व्यापार जैसी घटनाएं होने का भी अंदेशा बना हुआ है, नाबालिग की माँ का रो रो कर बुरा हाल हो गया है और मरणासन्न अवस्था मे पहुँच गई है , पीड़ित नाबालिग के पिता के अनुसार वह हफ़्तो तक लगातार थाने के चक्कर लगाते रहे और उन्हे दिन भर थाने मे बैठाया जाता रहा, लेकिन 35 दिन बाद भी पुलिस नाबालिग और उसके अपहरणकर्ता का सुराग नही लगा सकी, आखिर थक हार कर दिनांक 3 अक्तूबर 2023 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या के कार्यालय मे प्रार्थना पत्र दिया उस समय एसएसपी कार्यालय मे मौजूद नही थे कार्यालय मे मौजूद पुलिस अधिकारी द्वारा पीड़ित को पुनः गुमराह करते हुए रौनाही थाने के थानाध्यक्ष से मिलने की सलाह दी गई है पीड़ित ने पुलिस की कारस्तानी को देखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय एवं महिला एवं बाल संरक्षण आयोग को ONLINE पोर्टल के माध्यम से शिकायती पत्र भेजा है और मामले मे दखल सहित नाबालिग की खोज बीन व उचित न्याय की माँग की है