अयोध्या : मामला जनपद के इनायतनगर थाने के हरिंग्टनगंज क्षेत्र से जुड़ी है आरोपों के अनुसार प्रेम प्रसंग के चलते युवती के परिजनों ने युवक की हत्या कर दी, मृतक युवक की माँ सावित्री देवी ने अपने न्यायालय को दिये प्रार्थना पत्र मे बताया कि उनका परिवार अनुसूचित हिंदू धर्म के धोबी जाति से हैं जबकि विपक्षीगण ओबीसी समाज से हैं उनके लड़का इंद्र कुमार बीएड का छात्र था और गाँव की रहने वाली और साथ मे पढाई करने वाली गुप्ता जाति की युवती से प्रेम करता था,
युवती के परिजनों ने दी थी धमकियाँ
जब युवती के परिजनों को दोनों के प्रेम प्रसंग की जानकारी हुई तो वह आग बबूला हो गए और दिनाकं 12 मार्च 2023 को युवती के भाई धर्मेंद्र कुमार, महेंद्र कुमार व युवती की माँ मूर्ति देवी ने पीड़िता के घर आकर गाली -गलौच किया और उनकी लड़की से दूर रहने को कहा, साथ ही मृतक इंद्र कुमार को फोन पर आरोपियों ने युवती से दूर न रहने पर जान से मारने की दी और अश्लिल/ अभद्र गालियाँ दी, लेकिन आशिक मिज़ाज़ रंग बाज युवक इंद्र कुमार ने युवती से बात करना नही छोड़ा, जिस पर भड़के युवती के भाईयो ने कथित तौर पर मृतक को दिनांक 14 मार्च 2023 को शाम लगभग 5.00 बजे अपने घर बुलाया और गालियाँ देते हुए कहा कि तुम्हें लड़की से दूर रहने को कहा था लेकिन तुम अपनी हरकत से बाज़ नही आ रहे हो और लगातार उससे संपर्क मे हो , अब तुमको जान से खत्म करना पड़ेगा, उसी शाम 8 बजे पीड़िता के घर आये और कहा कि इंद्र कुमार को भेजो पुलिस आई है
जिसके बाद इंद्र कुमार दोनों के साथ घर से निकल गया, रात लगभग 9 तक इंद्र कुमार घर वापस नही आया तो पीड़िता के कहने पर पड़ोसियों ने उसकी खोजबीन शुरू की जिसके बाद गाँव के तालाब के पास जामुन के पेड़ पर इन्द्र कुमार की लाश लटकी मिली, मामले की सूचना पुलिस को दी गई, पुलिस ने घटना स्थल पर आकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया , पीड़िता द्वारा मामले मे आरोपियों के खिलाफ थाने मे प्रार्थना पत्र दिया गया, जब सुनवाई नही हुई तो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या को 20 मार्च को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नही की,
पुलिस के अनुसार आत्महत्या का है मामला
पुलिस का कहना है कि प्रेम प्रसंग से आहत युवक को जब लगा कि उसके बारे मे युवती के परिवार को सब पता चल गया है और अब उसकी प्रेमिका उससे दूर हो जायेगी तो आहत युवक ने आत्महत्या कर ली, लेकिन पीड़िता के अनुसार युवक के शव पर मार पीट के निशान थे मामला आत्महत्या नही हत्या से जुड़ा है , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिये प्रार्थना पत्र पर जब जाँच आख्या मंगाई गई तो स्थानीय पुलिस चौकी हरिंग्टनगंज के एस आई द्वारा जाँच के नाम पर मृतक का मोबाइल जिसमें कथित तौर पर इन्द्र कुमार द्वारा युवती के साथ प्रेम प्रसंग से जुड़ी बातें,तस्वीरे आदि थी और आरोपी धर्मेन्द्र कुमार, महेन्द्र कुमार के द्वारा हत्या की धमकी आदि दिये जाने का साक्ष्य मौजूद था जिसे पुलिस द्वारा लेकर मिटा दिया गया , लेकिन शिकायतकर्ता द्वारा दावा किया जा रहा है कि उसके पास सभी सुबूत मौजूद है
न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर
जब पुलिस से अपेक्षित सहयोग नही मिला तो पीड़िता ने न्यायालय मे न्याय की गुहार लगाई और आरोपियों पर कार्यवाही की गुहार लगाई, अपने बयान मे पीड़िता ने अपने साथ हुई सारी घटना की जानकारी न्यायालय को दी जिसके बाद दिनाँक 8 अगस्त 2023 को न्यायालय ने स्थानीय थाना इनायतनगर को मुकदमा पंजीकृत कर जाँच के आदेश दिये है
आरोपों पर उठ रहे हैं सन्देह
मामले मे आरोपियों पर एससी / एसटी एक्ट की धाराओ मे भी मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश हुआ है आरोप है कि मृतक को आरोपियों ने जाति सूचक गालियाँ दी गई जबकि आम झगड़े मे भी लोग गुस्से जो बोलते होंगे क्या उससे ज़्यादा कुछ बोला गया होगा ? किसी के घर के बच्चों की ऐसी हरकत पर लोग ग़ुस्सा कर सकते है लेकिन जाति सूचक शब्दों को निशाना बनाकर काम किया गया होगा इसमे कितनी सच्चाई हो सकती है ,आरोपियों ने जब मृतक को घर पर आकर , फोन पर जाति सूचक गालियाँ दी थी , जान से मारने की धमकी दी थी तो एक बार बुलाने भर से वह आरोपियों के साथ इतनी आसानी से क्यों चला गया ? और फोन अपने घर क्यो छोड़ कर क्यों गया जिससे उसकी मां मोबाइल पुलिस को दे सके ? उसकी माँ से आरोपियों ने जब कहा कि उनके लड़के को पुलिस ने बुलाया तो उन्होंने इतनी आसानी से वो भी अकेले अपने लड़के उन लोगों के साथ क्यों जाने दिया, खुद साथ जाना मुनासिब क्यों नही समझा जबकि उन लोगों ने तो युवक को जान से मारने की धमकी दी थी ?