हिंदू युवती को लव जिहाद का बनाया शिकार बनाया ड्रग्स का आदी ,रहमान ने बेरहमी से बीबी व सास -ससुर को काटकर कर दी हत्या

Thejournalist
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असम : मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने राज्य के गोलाघाट में सामने आई तिहरे हत्याकांड की घटना को ‘लव जिहाद’ का परिणाम बताया है, उन्होंने विश्वास दिया है कि इस मामले में असम पुलिस 15 दिनों के भीतर चार्जशीट दायर करेगी, उन्होंने कहा कि ये पूरी घटना ‘लव जिहाद’ से प्रेरित है जहाँ हत्यारा एक विशेष कौम से है, वहीं तीनों मृतक हिन्दू परिवार के सदस्य थे, मुख्यमंत्री सरमा ने बताया कि फेसबुक पर नजीबुर रहमान ने खुद को हिन्दू बता कर संघमित्रा घोष से जान-पहचान की थी और फरेब के जरिये युवती को प्रेम जाल मे फँसाया, उन्होंने बताया कि नजीबुर रहमान और संघमित्रा घोष जब कोलकाता भागे थे, तब आरोपी ने महिला को भी ड्रग्स का इस्तेमाल करना सिखा दिया उन्होंने बताया कि नजीबुर रहमान बोरा प्रतिबंधित ड्रग्स का आदी था और

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 प्रतिबंधित पदार्थों की तस्करी भी करता था महिला को ड्रग्स का इंजेक्शन लगाता था और फ़ायदा उठाकर उसका दुष्कर्म करता था जिससे महिला गर्भवती हो गई थी मुख्यमंत्री ये जानकारी भी दी कि महिला जब भी उसके पास रहने गई थी, तब उसे प्रताड़ित भी किया गया था ,मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात की उन्होंने इस पर भी चिंता जताई कि नाम बदल कर प्यार में फँस जाने के बाद महिला जब वापस लौटती है तो समाज में उसे स्वीकार्यता नहीं मिलती, उन्होंने कहा कि मज़बूरी में ऐसी स्थिति में लड़कियाँ धर्मांतरण कर लेती हैं, सब कुछ का त्याग कर देती हैं और आपराधियों के इशारे पर ही काम करने को मजबूर हो जाती है लेकिन पूरे मामले मे कड़ी सज़ा सुनिश्चित करने का आश्वासन देते हुए उन्होंने इसे  ‘ओपन एन्ड शट केस’ करार दिया है, असम में नजीबुर रहमान के एक मुस्लिम कौमी व्यक्ति ने अपनी पत्नी संघमित्रा और पत्नी के माता-पिता को बेरहमी से काटकर हत्या कर दी थी ,इसके बाद वो 9 महीने के बच्चे को लेकर फरार हो गया था, राज्य में इस ट्रिपल मर्डर की घटना सामने आने के बाद दहशत मच गई थी, संघमित्रा की उम्र 24 साल थी हत्यारा नजीबुर रहमान ख़ुद को मेकेनिकल इंजीनियर बताता था, जून 2020 में दोनों की पहचान हुई, जब नजीबुर रहमान ने फेसबुक के माध्यम से संघमित्रा से दोस्ती की ये उस समय देश मे कोरोना संक्रमण अपने शिखर पर था और लॉकडाउन लगा हुआ था अक्टूबर 2020 आते-आते दोनों एक-दूसरे से प्रेम करने लगे और कोलकाता भाग कर उन्होंने शादी तक कर ली ,हालाँकि रहमान की सच्चाई खुलने के बाद संघमित्रा के परिजनों को ये रिश्ता बिल्कुल भी पसंद नहीं था ,इसके बावजूद उसने नजीबुर रहमान से हर सच्चाई दरकिनार कर कोर्ट मैरिज कर ली थी, रहमान के नशेड़ी हरकतो मे सहयोग के लिए युवती ने अपने ही घर मे ही चोरी कर ली थी जिसके बाद युवती के माता-पिता ने अपनी बेटी के खिलाफ चोरी का मामला भी दर्ज कराया था पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया और एक महीने उसे न्यायिक हिरासत में गुजारने पड़े ,इसके बाद संघमित्रा घर लौट आई थी और फ़िर से अपने माता-पिता के साथ रहने लगी थी लेकिन, जनवरी 2022 में रहमान ने सघमित्रा से कहा कि उसने नई नौकरी की है अब उसे यहाँ रहने की जरूरत नही और उसे भगा ले गया, जब अगस्त में वह दोनों लौटे तब संघमित्रा गर्भवती थी और दोनों 5 महीने चेन्नई में रहे थे और नवंबर महीने में नजीबुर के घर में ही संघमित्रा ने एक बेटे को जन्म दिया ,मार्च 2022 में दोनों प्रेमी युगल में फिर से झगड़ा हुआ और संघमित्रा अपने बेटे के साथ माँ-बाप के पास रहने चली गई, नजीबुर रहमान पर यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाते हुए उसके विरुद्ध FIR भी दर्ज की गई थी, 28 दिन बाद आखिरकार रहमान को जमानत मिली और वो बाहर निकला था जेल से निकलने के बाद वो बार-बार बच्चे से मिलने की जिद कर रहा था, लेकिन संघमित्रा के माता-पिता ने मना कर दिया ,29 अप्रैल को नजीबुर रहमान के भाई ने संघमित्रा के परिजनों पर मारपीट का आरोप लगाया था 24 जुलाई, 2023 को दोनों पक्ष एक बार फिर वह संघमित्रा के पिता के घर आया और सुनियोजित ढंग से युवती और उसके बुजुर्ग परिजनों से झगड़ा किया, जब युवती उसके साथ चलने को तैयार नही हुई तो नजीबुर ने न सिर्फ संघमित्रा, बल्कि अपने ससुर संजीव घोष और सास जुनू घोष का भी हैवानियत की हद पार करते हुए बेरहमी से क़त्ल कर डाला ,फिर वो अपने 9 महीने के बच्चे को लेकर भाग गया, लेकिन जब पुलिस ने छापेमारी शुरू की तो संबंधियों व दोस्तो को बचाने के लिए थाने में सरेंडर कर दिया, आरोपी ने कुल्हाड़ी से टुकड़ों मे काट कर पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया था, परिवार के तीनों सदस्यों के शव खून से लथपथ अवस्था में मिले, नजीबुर रहमान ने काफी निर्ममता से तीनों को कुल्हाड़ी से काट डाला था तीनों के शरीर पर कई गहरे चोट के निशान भी मिले हैं


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