अयोध्या : मामला जनपद के थाना क्षेत्र कैंट का है पीड़ित अभय सिंह पुत्र दुर्गा सिंह ने हमारे व्युरो को बताया कि दिनांक 30 मार्च को समय लगभग 1.30 बजे दिन मे जान से मार डालने की नीयत से समरजीत सिंह पुत्र रामशंकर अपने अज्ञात साथियों के साथ मोटरसाइकिल पर और अपनी कार यूपी 42 ए जेड 8388 में पांच छह लोग थे जिसमें कार खुद समरजीत चला रहे थे, दबंगो ने जगदीशपुर मे नहर की पटरी के पास पाण्डेय बगिया के सामने पीड़ित का पीछा किया और घेरकर हमला कर दिया,उस समय पीड़ित अपनी मोटरसाइकिल से उसी रास्ते से जा रहा था
जान बचाने के लिए मोटरसाइकिल खड़ी करके नहर में कूद गया तो पहले लोहे की राड को फेंककर मारे जिसको लगने के बाद भी पीड़ित नही रुका तो आरोपियों ने उस पर गोली चला दी, गोली की आवाज सुनकर जब गांव वाले दौडें, तो घटना की जगह पर पहुँचे जिस पर आरोपी वहाँ से भागने लगे ,गाँव वालो की सक्रियता से पीड़ित की जान बच सकी, जिसके बाद पीड़ित ने फोन से पुलिस को घटना की सूचना दिया ,पीड़ित की मोटरसाइकिल बदमाशों ने तोड़ डाली, टूटी हुई मोटरसाइकिल पुलिस थाने ले गयी ,लेकिन आरोपियों के प्रभाव मे आकर पुलिस ने आपराधियों के खिलाफ शिकायत दर्ज नही की, उल्टे पीड़ित को ही प्रताड़ित किया, जिसके बाद पीड़ित ने क्षेत्राधिकारी नगर से न्याय की गुहार लगाई, क्षेत्राधिकारी के आदेश के बाद 24 अप्रैल को मामले मे आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की गई है इसके अलावा जाँच मे धारा 392 आईपीसी की बढ़ोत्तरी की गई, लेकिन अभी तक दबंगो और कुख्यात आपराधिक तत्वों की पूरे मामले मे गिरफ्तारी नही हो सकी है, फ़ोटोबाज एसएसपी मुनिराज के राज मे पुलिस की कार्यप्रणाली लगातार अपराधियों और माफ़िया को संरक्षण देने का काम कर रही है और आम जन व पीड़ित दर दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं