बिजनौर (Bijnor) में जाट युवक रचित चौधरी हत्याकांड (Jaat Rachit Chowdhary Murder Case) केस में चारों हत्यारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर रासुका के तहत कार्रवाई का आदेश दिया है. रचित हत्याकांड में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश भी सामने आई है. पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार भी किया है. युवक पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर रचित की मौत का जश्न मनाया था. इस दौरान उसने कई आपत्तिजनक बातें भी कहीं.
वायरल वीडियो का पुलिस की साइबर टीम ने संज्ञान लिया औऱ एसपी डा. धर्मवीर सिंह के निर्देश पर आरोपी नाजिम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. मीडिया को जानकारी देते हुए एसपी डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि किसी ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट की तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे लोगों पर साइबर टीम नजर रख रही है.
हिन्दू समुदाय में दहशत फैलाने को सरेआम की हत्या
बता दें कि हल्दौर के कस्बा झालू में शारिक, सहजन, आसिफ आब्दी, शादाब, शहवर युवकों ने सरे बाजार रचित चौधरी को दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया. इस दौरान युवकों ने 12 राउंड फायरिंग की. युवक की हत्या करने के बाद चारों आरोपी भागने की बजाय पुलिस का इंतजार करने लगे और दुकान के बाहर बैठकर सिगरेट सुलगाते रहे. बताया जा रहा हत्यारों ने जाट समुदाय में अपनी दहशत फैलाने के लिए वारदात को अंजाम दिया. बदमाश इतने बेखौफ थे कि हत्या करने के बाद वह फायरिग कर तमंचे लहराते हुए गवाही देने वालों को जान से मारने की धमकी देते रहे. पुलिस ने चारों हत्यारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. आरोपियों पर रासुका लगाने की कार्रवाई की जा रही है.