महाराष्ट्र का पालघर विवादों से पिछा नहीं छुड़ा पा रहा। साधुओं की मॉब लिंचिंग के बाद अब यहाँ एक और हत्या की गई है। इंडियन नेवी के 27 साल के जवान को जिंदा जला दिया गया
झारखंड के राँची के रहने वाले सूरज कुमार इंडियन नेवी में ‘लीडिंग सी मैन’ के तौर पर तैनात थे। वह 30 जनवरी की रात से लापता थे 3 महीने बाद उनकी शादी थी 6 फरवरी को पालघर के किसी स्थानीय नागरिक ने जले हुए सूरज कुमार को देखा और इसकी जानकारी पुलिस को दी।
सूरज कुमार के पिताजी मिथिलेश दूबे ने बताया कि उन्हें अपने बेटे के लिए न्याय चाहिए। यह बात वो मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुँचाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि उनके बेटे ने मरने से पहले अपनी किडनैपिंग और जला कर मारने की बात महाराष्ट्र पुलिस को बताई है और उन्हें न्याय चाहिए
पुलिस ने घायल और जले हुए सूरज कुमार को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। यहीं पर होश में आने के बाद उन्होंने अपने बारे में और किडनैप किए जाने से संबंधित सारी बात पुलिस को बताई थी।
जिला अस्पताल में हालत बिगड़ने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें मुंबई रेफर कर दिया। मुंबई में उन्हें इंडियन नेवी के के अस्पताल INS अश्विनी लाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस संबंध में पालघर के एसपी ने बताया कि तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। घोलवड पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 302, 307, 364 ए, 392, 342, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस की जाँच जारी है
27 साल के सूरज कुमार छुट्टी बिता कर 30 जनवरी को राँची से लौट रहे थे। उन्हें कोयंबटूर के पास INS अग्रणी पर लौटना था। वो फ्लाइट से चेन्नई एयरपोर्ट उतरे और बाहर निकले। रात के लगभग 9 बज चुके थे। यहीं पर 3 लोगों ने उन्हें किडनैप कर लिया।
किडनैप करने वालों ने उन्हें रिवॉल्वर दिखा कर कीमती मोबाइल फोन भी छीन लिया था। 3 दिनों तक किडनैपरों ने सूरज कुमार को चेन्नै में ही रखा, सफेद रंग की SUV में घुमाते रहे। इस दौरान 10 लाख रुपए की फिरौती भी उनके परिवार से माँगी गई।
पैसा नहीं मिलने पर और अपने प्लान में कामयाब नहीं होने पर अपराधी सूरज कुमार को पालघर ले गए। शुक्रवार (5 फरवरी 2021) को पालघर के डहाणू तलासरी के वेवजी इलाके में स्थित जंगल में उन्होंने हाथ-पैर बाँध कर सूरज कुमार के शरीर पर पेट्रोल डाली और आग लगा दी।