अयोध्या : मामला जनपद के महाराजगंज थाना क्षेत्र से जुड़ा है जहाँ रोशन नगर, यासीन का पुरा मे प्रेम प्रसंग के चलते युवक की हत्या हो गई थी लेकिन पीड़ित परिवार की गुहार के वावजूद एसएसपी नैय्यर की पुलिस ने शिकायत दर्ज करना मुनासिब नही समझा, पीड़ित परिवार के अधिवक्ता ने हमारे व्युरो को बताया कि मृतक युवक अपने माता पिता का इकलौता पुत्र था मोहम्मद इमरान गांव के ही मोहम्मद रऊफ की पुत्री मैनाज से बचपन मे साथ-साथ पढ़ने के कारण आपस में पहले दोस्ती हुई फ़िर इश्क हो गया और दोनों निकाह करना चाहते थे, लेकिन युवती का वालिद मोहम्मद रऊफ सउदी से वापस आया तो निकाह के लिए बात की गई जिस पर वे भड़क गये और धमकी दिये कि औकात में रहो और जो तुम्हारा लड़का पासपोर्ट बनवाकर बीजा व टिकट का इतंजार कर रहा है कटवा कर फेकवा दूंगा ,लाश भी नहीं मिलेगी , युवक इमरान से रऊफ की पुत्री मैनाज बराबर मोबाइल से बात करती थी बातचीत मेनाज बात करने के लिए अपनी भाभी जान उजाला पुत्री मिचाहे का फोन इस्तेमाल करती थी उजाला भी मृतक को सारी जानकारी फोन से देती थी ,दिनांक 12 जनवरी 2024 को
मृतक मोहम्मद इमरान को सउदी जाना था जिसकी जानकारी मृतक की महबूबा और उसके परिवार को थी दिनांक 03 जनवरी की शाम 6 बजे मृतक इमरान अपनी मोटर साइकिल से गांव के इम्तियाज अली के घर लाईट ठीक करने गया था उसी समय इमरान के मोवाइल पर मेहबूबा का फोन आया, जिस पर इम्तियाज अली से इमरान अगले दिन लाइट ठीक करने की बात कह कर वहाँ से चला गया, गांव के अशफाक के परिवार से जमीन का विवाद चल रहा है मेहबूबा मेनाज के वालिद रऊफ के यहां अशफाक एव अलाउद्दीन का बराबर आना जाना है ,मेनाज के चाचा अजमेर, अशफाक अलाऊदीन तथा रऊफ की साजिश से एक साथ योजना बद्ध तरीके से पीड़ित को बुलाया और गला दबाकर उसकी हत्या करके बिलहर घाट अलनाभारी रेलवे ट्रैक के पास फेक दिया और वही इमरान की मोटर साइकिल भी खड़ा कर दिया था रऊफ की बेटी मेनाज और बहू उजाला हत्याकांड को जानते हुए छिपा रही है ,उसी दिन रात 8:30 बजे मृतक के घर अनजान फोन आया कि तुम्हारे लडके की लाश रेलवे ट्रैक के पास पड़ी है जिसे सुनकर पीड़ित परिवार सकते मे आ गया और मृतक का पिता रोता चिल्लाता कुछ लोगों के साथ रेलवे ट्रैक के पास गया तो देखा कि रेलवे पटरी पर उसके इकलौते पुत्र की लाश पड़ी थी, जिसका जूता बेल्ट मोवाइल गायब था मोटर साइकिल कुछ दूर पर खड़ी थी ,जिसके बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दिया गया थानाध्यक्ष ने कहा कि किसी का नाम मत लिखो, जैसा कह रहा हूँ वैसे लिखो सभी हत्यारों को पकड़कर जेल भेजना मेरा काम है पुलिस ने एसएसपी सहित सभी सक्षम अधिकारियों से मामले मे एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही व न्याय की गुहार लगाई लेकिन उनकी एक नही सुनी गई, पीड़ित परिजनों ने पुलिस को बताया कि कॉल रिकार्ड और प्रेम प्रसंग को छिपाने के लिए मोबाइल और उसका नंबर 9648909281 गायब किया गया था घटना के बाद दस दिन तक मोवाइल चालू था लेकिन पुलिस ने उसे ढूंढने की जहमत नही उठाई , स्थानीय पुलिस हत्यारों से मिलकर मामले को दुघर्टना और आत्महत्या का रूप देने का प्रयास करती रही जबकि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट मे उसके शरीर पर आई चोटें स्वयं बयान कर रही है कि उसकी हत्या करके लाश को रेलवे ट्रैक पर रखा गया है मामले मे हत्याकांड के सात माह बाद आईजी के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है एफआईआर मे असफाक, अजमेर, अलाउद्दीन, मोहम्मद रउफ, उजाला, मेनाज को आरोपी बनाया गया है