अयोध्या : मामला जनपद के महाराजगंज थाना से जुड़ा है महाराजगंज क्षेत्र जनपद में पुलिसिया कारस्तानी के लिए मशहूर क्षेत्रों मे है पीड़िता ने हमारे व्युरो को बताया कि उस की शादी दिनांक 16 जून 2022 को पंकज सिंह पुत्र रणबहादुर सिंह निवासी ग्राम हरपालपुर थाना हैदरगढ़ जिला बाराबंकी के साथ हुई थी, पति पंकज सिंह शराब का आदी है और शराब पीकर अक्सर पीड़िता के साथ हिंसा व्यवहार और क्रूरता करता था, ससुराल में ही पति पंकज सिंह के मामा के लड़के दीक्षांत सिंह पुत्र विदुर सिंह का अधिकतर आना जाना था और उसी के अनुसार ही पति पंकज और उसके घर वाले काम करते थे ,दीक्षांत सिंह की बुरी नजर पीड़िता पर शादी के बाद से ही थी ,पति पंकज जब पीड़िता को शराब पीकर मारता पीटता था तो उसका ममेरा भाई दीक्षांत पीड़िता से कहता था तुम्हारी जिंदगी इनके साथ नही बीतेगी तुम इसको छोड दो मैं तुमसे शादी करूंगा और बतौर पत्नी इज्जत के साथ रखूंगा तुम इस तरह की जिल्लत भरी जिंदगी छोड़ो , एक दिन मौका देखकर शराबी पति के शराब पीकर सो जाने के बाद दीक्षांत ने पीड़िता का बलात्कार कर लिया जब पीड़िता ने इसकी शिकायत अपने पति से की तब उसने भी अपने ममेरे भाई को कुछ नही कहा जिससे आरोपी का मनोबल बढ़ गया और आरोपी रोज उसका शारीरिक करने लगा,
पीड़िता कुछ महीने बाद अपने पिता के घर गई तो अपने माता- पिता को सारी बात बताई, परिजनों के विरोध पर दीक्षांत सिंह अपने सहयोगियों के साथ पीड़िता के परिजनों से मिला और उन्हे भरोसा दिलाया कि वह पीड़िता से शादी करेगा और अपने शराबी फूफेरे भाई के अत्याचारों से मुक्त करायेगा, उसके बहकावे मे आकर पीड़िता के परिजनों ने युवती के भविष्य को देखते हुए उसे दीक्षांत सिंह के साथ विदा कर दिया , आरोपी दीक्षांत ने पीड़िता को कुछ दिन अपने घर पर रखा फिर गुजरात के सूरत लेकर चला गया और वहाँ नौकरी करने लगा , पीड़िता ने कई बार उसे शादी करने को कहा लेकिन आरोपी ने हर बार कोई ना कोई बहाना बनाकर टरका दिया, जब पीड़िता गर्भवती हो गई तो आरोपी डर गया और उसे लाकर उसके परिजनों के घर पहुँचा दिया, पीड़िता ने कहा कि वह गर्भवती है वह शादी कब करेगा तो आरोपी ने उसके पिता के घर मे ही उसे लात घूसों से मारा पीटा और वहाँ से भाग गया, कुछ माह बाद पीड़िता को लड़की पैदा हुई तो रिश्तेदारों के समझाने पर आरोपी पीड़िता को अपने घर ले आया लेकिन कुछ ही दिनों मे ससुराली जनों के व्यवहार मे बदलाव आ गया आरोपी की माँ मालती सिंह ने पीड़िता से कहा कि 10 लाख लाओ तब मेरा बेटा तुमसे शादी करेगा नही रखैल बनकर रहो, पीड़िता ने जब माँ - बेटे के दुर्दांत क्रूरतम रवैये का विरोध किया तब आरोपियों ने पीड़िता को हाथ - पैर बांधकर मारा पीटा और गरम चाय दुधमुही मासूम बच्ची के चेहरे पर फ़ेक दी जिसके मासूम बुरी तरह झुलस गई , इसकी जानकारी पीड़िता ने अपने परिजनों को दी तो पीड़िता को उसके मौसा 7 जनवरी 2024 को उसकी ससुराल से उसके मायके ले आये पीड़िता ने मामले मे लिखित शिकायत थाना महाराजगंज और महिला थाना मे दी थी, लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्यवाही नही की , लेकिन आरोपी को शिकायत की जानकारी हुई तो उससे सोशल मीडिया के जरिये पीड़िता को ब्लैक मेल करना शुरू कर दिया और धमकी दी कि अगर उसके खिलाफ कोई कार्यवाही की तो वह पीड़िता की निजी तस्वीरें जो उसने रिकार्ड की है वायरल कर देगा और उसे समाज मे मुह दिखाने लायक नही छोड़ेगा, मामला संवेदनशील होने के बाद भी अयोध्या पुलिस अपने नकारापन के कारण कुछ नही कर सकी, मजबूर होकर पीड़िता अदालत की शरण मे पहुची है , पीड़िता की अधिवक्ता ने हमें बताया कि पीड़िता की ओर से न्यायालय मे भरण पोषण व घरेलू हिंसा से संबंधित वाद प्रस्तुत किया है और मुख्यमंत्री कार्यालय , एसएसपी अयोध्या ,महिला आयोग को प्रार्थना पत्र देकर पुलिस के रवैये और आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही व न्याय की माँग की जायेगी , पीड़िता अपनी दुधमुही बच्ची के साथ उधर- उधर भटकने को मजबूर है जो सामाजिक अवधारणा और न्याय व्यवस्था के लिए कलंक है