विदेश : गाजा मे फिलिस्तीन समर्थित इस्लामिक आतंकी संगठन हमास और इजरायल के बीच 5 सप्ताह से अधिक समय से खूनी संघर्ष जारी है gaza की स्थानीय मीडिया के अनुसार वहाँ अब तक, 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जिसमे बड़ी संख्या मे आम नागरिक, बच्चे व महिलाएं शामिल है पूरी दुनिया की नज़र इस पूरे युद्ध पर बनी हुई है फिलिस्तीन के समर्थन मे दुनिया के कई देशों मे इजरायल द्वारा किये हमलों की आलोचना व विरोध हो रहा है सयुंक्त राष्ट्र संघ, अमेरिका और रूस द्वारा लगातार युद्ध विराम की माँग हो रही है लेकिन इजरायल की सरकार व इस्लामिक आतंकी संगठन हमास मे से कोई पीछे हटने को तैयार नही है
क्यों शुरू हुआ संघर्ष और युद्ध
7 अक्तुबर 2023 को हमास आतंकियों ने इजरायल के अलग अलग इलाको पर हमला कर सैकड़ो लोगों की हत्या कर दी थी साथ ही 200 से 250 नागरिकों को बंधक बना लिया था, इजरायल द्वारा कई बार उन बंधकों को वापस देने की पहल की गई लेकिन हमास ने कर बार इसे ठुकरा दिया और इसे इस्लाम की राह पर चलने वाला जिहाद बताया तब से लगातार हमास चरमपंथीयो और इजरायल के बीच जारी है
ईरान ने हमास को मोहरा बनाकर किया सुन्नीयों का खेल
आतंकी संगठन हमास को ईरान जैसे अमीर देशों का सहयोग रहा है आरोपों के अनुसार ईरान ही hamas को हथियार व पैसें उपलब्ध कराता है उसी के इशारे पर इजरायल पर हमला कर उनके नागरिकों को बंधक बनाया गया है साथ ही हमास ने इजरायल द्वारा बंधकों को लौटने की शर्त को सिरे से नकार दिया था, अब समझिये पूरा खेल, ईरान एक शिया मुस्लिम बाहुल्य देश है जबकि फिलिस्तीन मे 99% सुन्नी मुस्लिम हैं माना जा रहा है ईरान लंबे समय से शिया- सुन्नी के धार्मिक विवाद का बदला बड़ी चालाकी से उठा रहा है उसके अनुसार अगर फिलिस्तीन के सुन्नी मरेगे या काफ़िर इजरायली दोनों मे उसका कोई नुकसान नही है, इसके अलावा ईरान शुरुआत से ही युद्ध को भड़काने के लिए इजरायल को धमकाता रहा है जिसका खामियाजा फिलिस्तीनी भुगत रहे हैं, लेकिन हर बार धमकियाँ देने के बाद वह पीछे हट जाता है और फिलिस्तीनियों की कोई सैन्य व आर्थिक मदद नही करता है
मुस्लिम देशों ने ईरान के इशारे पर सुन्नियों के साथ किया दुर्व्यवहार
ईरान के ही इशारे पर ही इजरायल के लगातार हमलो से बचने की कोशिश करने वाले फिलिस्तीनी नागरिक जब गाज़ा क्षेत्र से आप पास के इलाको मे शरण लेने के लिए बॉर्डर पहुँचे तो उन्हे शरण नही दी गई जबकि इजरायल व फिलिस्तीन जैसे देश चारों तरफ़ से दर्जनों मुस्लिम देशों से घिरे है, इसके पीछे एक कारण ये भी है की फिलिस्तीनी क्रूर और अराजक प्रकृति के लोग हैं इसके पूर्व जार्डन ने लाखों फिलिस्तिनियों को अपने देश में शरण दी बाद में वे जार्डन के शाह के ही दुश्मन हो गए थे और इस बार मुस्लिम देशों ने इसी बहाने फिलिस्तीनियों को अपने देश मे घुसने से रोक दिया है इससे उनका दिखावटी मुसलमान प्रेम भी सामने आ गया है हालाँकि सारी दुनिया के मुस्लिम देश और कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन अपनी इस आंतरिक विवाद पर कुछ नही बोल सकते है नही तो उनकी पोल सारी दुनिया के सामने आ जायेगी, इसलिए सारी समस्याओं के लिए इजरायल को ही जिम्मेदार बताया जा रहा है