उडुपी : मामला कर्नाटक राज्य के उडुपी का है पुलिस ने काफी विरोध प्रदर्शन के बाद नेत्र ज्योति कॉलेज के छात्रावास में हिंदू छात्राओं का अश्लील वीडियो बनाने वाली मुगल छात्राओं के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है एक मामला शौचालय में छात्रा के बनाए गए वीडियो को डिलीट करने को लेकर तीन छात्राओं और कॉलेज प्रबंधन से जुड़ा है दूसरा मामला यूट्यूब चैनलों पर छिपे कैमरे वाला वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है
प्राइवेट कॉलेज नेत्र ज्योति की महिला छात्रावास के टॉयलेट में मोबाइल कैमरा मिलने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ था ,कॉलेज में पढ़ने अलीमातुल शैफा, शबानाज़ और आलिया नाम की तीन मुस्लिम लड़कियों ने शौचालय में जासूसी मोबाइल कैमरा लगा रखा था इसमें हिंदू लड़कियों के प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड कर वे मुस्लिम कट्टरपंथी युवाओ को भेजती थीं ,वीडियो बनाने के लिए अलीमतुल शैफ़ा, शबानाज़ और आलिया नाम के तीन मुस्लिम छात्रों के साथ-साथ नेत्रज्योति कॉलेज के प्रबंधन बोर्ड पर भी हिंदू छात्राओं के छिपे कैमरे मे कैद वीडियो सबूत नष्ट करने का आरोप है पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 509, 204, 175 और 34 के तहत अपराध के मामले दर्ज किए हैं, मामला दर्ज नही होने पर राज्य भर में विभिन्न हिंदू संगठनों और महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया था, शौचालय में हिंदू लड़कियों की बिना कपड़ो के वीडियो रिकॉर्ड किए गए और बाद में मुस्लिम कट्टरपंथी समूहों के साथ साझा किए गए ताकि इन्हे ब्लैक मेल किया जा सके इसे एक बड़ी साजिश माना जा रहा है, कॉलेज प्रबंधन मे शामिल एक मुस्लिम प्रशासक ने मामले को दबाने के लिए मुगल युवतियो के मोबाइल मे कैद अश्लिल वीडियो को डिलीट कर दिया गया था इसके बाद मामले को खत्म बताया गया था लेकिन लोगों के आक्रोश के कारण उडुपी जिले के मालपे पुलिस स्टेशन में मामले का स्वत: संज्ञान लिया FIR दर्ज की गई है ,उडुपी के शौचालय वीडियो कांड में राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले की जाँच करने की पहल की है साथ ही घटना की जाँच के लिए आयोग द्वारा एक टीम भेजी गई है राष्ट्रीय महिला आयोग की दक्षिण भारतीय सदस्य खुशबू सुंदर इस जाँच का नेतृत्व कर रही हैं चौकाने वाली बात यही है कि सिर्फ़ हिंदू लड़कियों को निशाना बनाकर वीडियो बनाया गया और मुगल युवकों को भेजा गया जबकि छात्रावास मे काफी लड़किया रहती हैं