बस्ती : मामला जनपद के हरैय्या थाना क्षेत्र के ग्राम ढेबवा , मुराई पुर का है जहाँ एक टेंट हाउस के मालिक द्वारा एक ग़रीब की खून पसीने का मेहनताना हड़प लिया गया है पीड़ित आग्या राम ने हमारे the Journalist व्युरो को बताया कि वह जनपद अयोध्या के मया बाजार का निवासी है और अयोध्या धाम मे मेहनत मजदूरी करता था एक मित्र के साथ वह हरैय्या बाजार जनपद बस्ती के चंद्र प्रकाश टेंट हाउस मे डेढ़ माह लगातार दिन रात काम किया, और 2 मार्च को होली मे अपने घर आने के लिए पैसे मांगे तो टेंट के मालिक चंद्र प्रकाश ने बताया कि मेरे यहाँ 9 और 11 मार्च को मेरे बेटे व बेटी की शादी एक साथ होनी है तुमको काम करना है किसी को पैसा नही मिलेगा, जिसके साथ ही सीतापुर जनपद से आये मजदूर बिना पैसा लिये ही अपने घर चले गए, अगले दिन टेंट हाउस मालिक चन्द्र प्रकाश व उसके लड़के वीरू को पता चला कि मजदूर चले गये है तो उसने व उसके लड़के ने पीड़ित और दो अन्य मजदूरों को बंधक बना लिया और कहा कि मेरे यहाँ शादी है मेरी बेज्जती हुई और तुम लोग भागे तो यही जिंदा दफना दूँगा और पीड़ित के साथ जमकर गाली गलौच किया, टेंट हाउस स्वामी के यहाँ शादी कार्यक्रम निपट जाने के बाद 15 मार्च 2023 को अपना मेहनताना मांगा तो टेंट मालिक ने उसे 2500 रुपये दिये और कहा 4000 पहले दिया था हिसाब बराबर, पीड़ित आग्या राम ने उसे बताया कि उसने 46 दिन काम किया है 13 हजार 800 रुपये हो रहा है, इस पर चंद्र प्रकाश भड़क उठा क्योकि पीड़ित हमेशा साधु के कपड़ो मे रहता है इसलिए जातिगत तौर पर अश्लील गाली देते बोला कि 8 साल मे 5 प्लॉट 4 मकान और तीस लाख शादी मे खर्चा किया, करोडो ऐसे नही कमाया है जब सरकार कुछ उखाड़ नही सकती है करोडों कमाकर टैक्स नही दिया तो तू साला हरामी पैसा कैसे पायेगा सैकड़ो लोग हमारे लिए काम करते है 5 से 10 हजार सबका हड़प लेता हूँ ऐसे ही पैसे कमाए जाते है शराफत से कोई अमीर नही बनता है भाग जा नही तो चोरी के इल्जाम मे जेल भिजवा दूंगा, पीड़ित किसी तरह वापस आया और कई बार टेंट हाउस मालिक को फोन किया लेकिन हर बार उसने हर बार उसे गाली दिया और कहा किसी को कोई पैसा नही दूँगा ऐसे ही चार- चार जगह टेंट नही खोला है पीड़ित ने अपने साथ काम करने वाले लोगों से भी इस बारे मे बात की तो उन लोगों ने भी बताया कि टेंट मालिक ने उनके भी पूरे पैसे नही दिये है वो किसी के पैसे नही देता है, पीड़ित ने हमे बताया कि वह बहुत ग़रीब व्यक्ति है छोटी सी रकम के लिए अधिकतर लोग शिकायत नही करते है वह भी नही कर सकता है और इन्ही पैसे से ऐसे करोड़ो बना लेते सरकार सिर्फ़ गरीबों के पीछे ही पड़ी रहती है जबकि टेंट, लाइट हाउस, केटरिंग वालों की अकूत अवैध संपत्ति पर शासन प्रशासन की नज़र नही जाती है
ये वास्तविक समाज की सच्चाई है जहाँ ग़रीब अपने लिए लड़ ही नही सकता है कानूनी प्रक्रिया बेहद जटिल और थकाने वाली है जो रोटियों के मोहताज हो वो भ्रष्ट तंत्र मे चौकी, थानो, अधिकारियों और कोर्ट- कचेहरी के चक्कर काटकर क्या पायेगा, यही निराशा और शोषण देश के कथित और झूठे लोकतांत्रिक व्यवस्था की सच्चाई है