अयोध्या : बाबू बालिका इंटर कालेज की प्रधानाचार्या द्वारा गुरुवार को छेड़छाड़ का शिकार हुई छात्राओं का नाम काटने की धमकी देने का मामला सामने आया है। पीड़ित छात्राओं के परिवार वालों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी मीडिया को दी
पीड़ित दोनों छात्राओं की मां ने बताया कि गुरुवार को घटना के बाद वह बच्चियों को लेने स्कूल गई थीं। तब प्रधानाचार्या ने दोनों को छुट्टी दे दी थी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जब दोनों बेटियां स्कूल गईं तो प्रधानाचार्या ने उनसे नाम काट देने की बात कही। दोनों ने इसकी जानकारी परिवार वालों को दी। मां ने बताया कि शुक्रवार को जब इस बाबत प्रधानाचार्या डा नीलम गुप्ता से पूछा गया तो वह अनाप-शनाप कहने लगी। मां का आरोप है कि प्रधानाचार्या ने उनसे कहा कि कल को आरोपी छूट गए और उन पर एसिड वगैरह फेंक दिया तो कौन जिम्मेदार होगा? स्कूल की बदनामी अलग हो रही है। पीड़ित छात्राओं की मां ने बताया कि जब उन्होंने इसका प्रतिरोध किया तो प्रधानाचार्या ने उन्हें स्कूल से चले जाने को कहा। वहीं इस मामले को लेकर छात्राओं के पिता की ओर से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को एक पत्र भी भेजा गया है जिसमें प्रधानाचार्या द्वारा नाम काट देने की धमकी और छात्राओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है।
परिवार वालों का कहना है कि एक तो घटना से वैसे ही परिवार और बच्चियां सदमें में हैं ऊपर से कालेज प्रशासन द्वारा धमकी दी जा रही है। पिता का कहना है कि यदि उसकी बेटियों का नाम काटा गया तो वह उच्च अधिकारियों से शिकायत दर्ज करायेंगे। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र पांडेय ने कहा कि दोनों छात्राओं का नाम किसी भी दशा में नहीं काटने दिया जाएगा।
इस संबंध में प्रधानाचार्या से जवाब तलब किया जा रहा है कि उन्होंने किस कारण में इस तरह की बात परिवार वालों से कही। डीआईओएस ने बताया कि उन्होंने प्रधानाचार्या को शनिवार को कार्यकाल में भी तलब किया है।