वाराणसी : काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर मे अवैध तरीके से मुस्लिम आक्रमणकारियों द्वारा निर्मित मस्जिद के वुजु (तालाब) मे शिवलिंग मिलने से कटरपंथियो और कथित अंबेडकरवादियों को गहरा आघात लगा है तिलमिलाते हुए कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक अशांति फैलाने के एवं हिंदुओ की धार्मिक भावनाओ को भड़काने के लिए सोशल मीडिया उपक्रम फेसबुक, ट्विटर पर आपत्तिजनक और हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ़ अपमान जनक पोस्ट कर उनका मजाक उडाया है , जो देखते देखते वायरल हो गया हिंदू संगठनो द्वारा ऐसे सभी लोगों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की जा रही है ऐसा नही है कि यह कोई नई घटना है समय समय पर हिंदुओं को निशाना बनाने के लिए मुस्लिम संगठनो से जुड़े कुछ दलित युवा और कथित बुद्धिजीवी हिंदू देवी देवताओं का अपमान करते हुए सोशल मीडिया पर अक्सर मिल जाते है
दिल्ली यूनिवर्सिटी मे प्रोफ़ेसर होने का दावा करता है आरोपी
हिंदू विरोधी पोस्ट करने वाले रतन लाल ने अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर स्वय को दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध हिंदू कॉलेज मे इतिहास विषय का प्रोफ़ेसर और अंबेडकर नामा नाम की एक वेब साईट का संस्थापक लिख रखा है जिसके बाद यह भी सवाल उठने लगे है कि स्वय को पढ़ा लिखा बताने वाला अंबेडकर समर्थक ही ऐसी हरकते क्यों करता है
मुगलो, आक्रमणकारियो, हत्यारों को अपना पूर्वज बताने वाले मुसुलमानो ने भी किये ज्ञानवापी मे मिले शिवलिंग के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट
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तस्वीर साभार ~ Twittar. Com |
सोशल मीडिया प्लेटफार्म फ़ेसबुक, ट्विटर पर मुस्लिम और मुगल कट्टर पंथी संगठनो से जुड़े मुल्ला, मौलाना, और मुसुलमान युवा लगातार ज्ञानवापी मंदिर मे मिले शिवलिंग का मजाक उड़ा रहे है और सोशल मीडिया पर लगातार अफवाहे फैला रहे है