UP : के गोरखपुर से कथित संविधान निर्माता भीमराव सकपाल की तस्वीर जलाने और उनकी जलती तस्वीर को जूतों पीटने के आरोपी राष्ट्रवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश मिश्र को जिला न्यायालय से ज़मानत मिल गयी है उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और अन्य आरक्षण विरोधी दलों द्वारा 2 सप्ताह से भी अधिक समय से शोषल मीडिया फेसबुक और ट्विटर पर हैशटैग #प्रकाश_मिश्रा_को _रिहा _करो चलाया जा रहा था उनकी मांग थी कि दलित नेताओं द्वारा हमेशा हिन्दुओ की धार्मिक भावनाओ को आहत किया जाता है उनके देवी देवताओं और धार्मिक ग्रन्थों पर अश्लील टिप्पणी की जाती है मनुस्मृति दहन दिवस मनाया जाता है लेकिन एक कथित संविधान निर्माता और अपनी जाति के लिए जीवन बिताने वाले भीमराव सकपाल के प्रतीकात्मक चित्र को जला देने मात्र से जय प्रकाश मिश्र को जेल में डालना अन्याय है
शेर आया ,शेर आया के उदघोष के साथ स्वागत
मंगलवार की सुबह को दर्जनों कार्यकर्ता जिला कारागार के सामने अपने नेता का इंतजार कर रहे थे कारागार से बाहर आते ही समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा शेर आया ,शेर आया के जोरदार स्वागत किया और नारे लगाए गए जिसकी गूँज आसपास के इलाकों तक पहुँची
भिम सेना और भिम आर्मी के समर्थकों द्वारा दी गई धमकियां
पार्टी के एक कार्यकर्ता द्वारा हमारी टीम को बताया गया कि फेसबुक के उनके पेज पर उन्हें लगातार धमकियां दी जा रही हैं भीमराव सकपाल के प्रतीकात्मक तस्वीर को जलाने का वीडियो वायरल होने के बाद से ही भीम सेना के सतपाल तवर नाम के छुटभैया नेता द्वारा अपने समर्थकों द्वारा हिंसा के लिये उकसाने के वीडियो भी यूट्यूब पर डाले गए थे , प्रकाश मिश्रा की रिहा होने की खबर लगते ही भिंम सेना ,भिम आर्मी के समर्थन फिर से आपा खोने लगे हैं