मन्दिर से चुराई राधा- कृष्ण की सदी पुरानी मूर्ति, माफ़ीनामा लिख छोड़ गया चोर, माफ़ीनामा पढ़ने वाले रह गए भौचक्के

Thejournalist
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 प्रयागराज : मामला उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले से जुड़ा है जहाँ एक प्राचीन मन्दिर से रात में एक चोर ने भगवान की 100 वर्ष पुरानी अष्ट धातु से बनी एक मूर्ति चोरी कर ली, भगवान कृष्ण और राधा रानी की मूर्ति की मूर्ति चोरी होने से मन्दिर के पुजारी परेशान हो गए, पुलिस को भी सूचना दी गई लेकिन चोर का कोई सुराग हाथ नही लगा लेकिन एक सप्ताह बाद कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद जिसने भी ये वाक्या सुना दंग रह गया

प्रयागराज : मामला उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले से जुड़ा है जहाँ एक प्राचीन मन्दिर से रात में एक चोर ने भगवान की 100 वर्ष पुरानी अष्ट धातु से बनी एक मूर्ति चोरी कर ली, भगवान कृष्ण और राधा रानी की मूर्ति की मूर्ति चोरी होने से मन्दिर के पुजारी परेशान हो गए, पुलिस को भी सूचना दी गई लेकिन चोर का कोई सुराग हाथ नही लगा लेकिन एक सप्ताह बाद कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद जिसने भी ये वाक्या सुना दंग रह गया  मूर्ति चोरी के बाद इतना हुआ परेशान, चोर कि लिखा माफीनामा  मन्दिर के पुजारी के साथ आस पास के लोग जो मन्दिर मे लगातार पूजा करने आते वो भगवान की मूर्ति चोरी हो जाने से चिंतित थे कि अचानक उन्हें मन्दिर के पास भगवान की चोरी हुई मूर्ति के साथ चिट्टी मिली जिसमें भेजने वाले का नाम तो नही था लेकिन पूरा पत्र क्षमा याचना से भरा था पत्र पढ़कर ज्ञात हुआ कि माफीनामा भगवान की मूर्ति चोरी करने वाले चोर ने लिखा है उसने लिखा "महाराज जी प्रणाम मुझसे गलती हो गई थी अज्ञानता वश भगवान राधा कृष्ण की मूर्ति को मैंने घाट से चुरा लिया था जब से मैंने मूर्ति चुराई से मैं बहुत परेशान हूँ तब से बुरे-बुरे सपने आ रहे हैं मूर्ति चुराने के बाद मेरे बेटे की तबीयत भी खराब हो गई है अपनी गलती को मानते हुए मैं इसी मूर्ति को वापस छोड़कर जा रहा हूँ और वादा करता हूँ ऐसा कभी नही करूँगा, विनती है कि भगवान को उनके मन्दिर में स्थान पर रखवा दिया जायेगा"

प्रयागराज : मामला उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले से जुड़ा है जहाँ एक प्राचीन मन्दिर से रात में एक चोर ने भगवान की 100 वर्ष पुरानी अष्ट धातु से बनी एक मूर्ति चोरी कर ली, भगवान कृष्ण और राधा रानी की मूर्ति की मूर्ति चोरी होने से मन्दिर के पुजारी परेशान हो गए, पुलिस को भी सूचना दी गई लेकिन चोर का कोई सुराग हाथ नही लगा लेकिन एक सप्ताह बाद कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद जिसने भी ये वाक्या सुना दंग रह गया  मूर्ति चोरी के बाद इतना हुआ परेशान, चोर कि लिखा माफीनामा  मन्दिर के पुजारी के साथ आस पास के लोग जो मन्दिर मे लगातार पूजा करने आते वो भगवान की मूर्ति चोरी हो जाने से चिंतित थे कि अचानक उन्हें मन्दिर के पास भगवान की चोरी हुई मूर्ति के साथ चिट्टी मिली जिसमें भेजने वाले का नाम तो नही था लेकिन पूरा पत्र क्षमा याचना से भरा था पत्र पढ़कर ज्ञात हुआ कि माफीनामा भगवान की मूर्ति चोरी करने वाले चोर ने लिखा है उसने लिखा "महाराज जी प्रणाम मुझसे गलती हो गई थी अज्ञानता वश भगवान राधा कृष्ण की मूर्ति को मैंने घाट से चुरा लिया था जब से मैंने मूर्ति चुराई से मैं बहुत परेशान हूँ तब से बुरे-बुरे सपने आ रहे हैं मूर्ति चुराने के बाद मेरे बेटे की तबीयत भी खराब हो गई है अपनी गलती को मानते हुए मैं इसी मूर्ति को वापस छोड़कर जा रहा हूँ और वादा करता हूँ ऐसा कभी नही करूँगा, विनती है कि भगवान को उनके मन्दिर में स्थान पर रखवा दिया जायेगा"

मूर्ति चोरी के बाद इतना हुआ परेशान, चोर कि लिखा माफीनामा

मन्दिर के पुजारी के साथ आस पास के लोग जो मन्दिर मे लगातार पूजा करने आते वो भगवान की मूर्ति चोरी हो जाने से चिंतित थे कि अचानक उन्हें मन्दिर के पास भगवान की चोरी हुई मूर्ति के साथ चिट्टी मिली जिसमें भेजने वाले का नाम तो नही था लेकिन पूरा पत्र क्षमा याचना से भरा था पत्र पढ़कर ज्ञात हुआ कि माफीनामा भगवान की मूर्ति चोरी करने वाले चोर ने लिखा है उसने लिखा "महाराज जी प्रणाम मुझसे गलती हो गई थी अज्ञानता वश भगवान राधा कृष्ण की मूर्ति को मैंने घाट से चुरा लिया था जब से मैंने मूर्ति चुराई से मैं बहुत परेशान हूँ तब से बुरे-बुरे सपने आ रहे हैं मूर्ति चुराने के बाद मेरे बेटे की तबीयत भी खराब हो गई है अपनी गलती को मानते हुए मैं इसी मूर्ति को वापस छोड़कर जा रहा हूँ और वादा करता हूँ ऐसा कभी नही करूँगा, विनती है कि भगवान को उनके मन्दिर में स्थान पर रखवा दिया जायेगा"




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